

गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही हैं. बीजेपी के स्टार प्रचारक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी समेत अन्य नेता गुजरात में सभाएं कर रहे हैं. तब बीजेपी ने राज्य में कमजोर सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति बनाई है. अमित शाह फिलहाल गुजरात में हैं और लगातार रैलियां-बैठकें कर रहे हैं, वहीं बीजेपी के मीडिया सेंटर में देर रात तक अमित शाह की अध्यक्षता में मंथन चलता रहा.
गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी की हंगामेदार सभाओं के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अहम बैठक की. मीडिया सेंटर में देर रात तक बैठक चलती रही. इस बैठक में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय महामंत्री रत्नाकरजी मौजूद थे और गृह मंत्री ने राज्य की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की. जिसमें नेताओं ने राज्य की कमजोर सीटों को जिताने के लिए मंथन किया. बीजेपी की नजर अहमदाबाद ग्रामीण और सौराष्ट्र सीटों पर है. इसलिए बीजेपी के लिए कमजोर मानी जाने वाली सीटों पर खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मैदान में उतरे हैं. इन सीटों पर 2017 की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए एड़ीचोटी की जोर लगा दी जाएगी.
2017 में बीजेपी का प्रदर्शन अहमदाबाद ग्रामीण और खासकर सौराष्ट्र सीटों पर खराब रहा था. अहमदाबाद ग्रामीण की धंधुका, वीरमगाम सीट 2017 में भाजपा से हार गई थी, जबकि ढोलका सीट बहुत कम अंतर से जीती थी. इसके अलावा 2017 में बीजेपी को अमरेली जिले की पांच सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, धारी उपचुनाव में जीत हासिल की थी. इसी तरह जूनागढ़ जिले की 5 सीटों में से बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी.
2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सबसे खराब प्रदर्शन
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन सबसे खराब रहा था. 2017 में बीजेपी सिर्फ 99 सीटें ही जीत सकी थी. कांग्रेस का आंकड़ा 77 तक पहुंच गया था, लेकिन कई विधायकों के दलबदल के कारण विधानसभा में उनकी संख्या घटकर 62 रह गई है.
