

मेयोनेज़ कोलेस्ट्रॉल और सोडियम में उच्च है। इसमें विटामिन ई और विटामिन के भी होता है। लेकिन सलाह दी जाती है कि इसका नियमित और अधिक मात्रा में सेवन न करें।
हाल के दिनों में मेयोनीज का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। मेयोनेज़ का सेवन कई रूपों में किया जाता है। मेयोनेज़ बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी की पसंदीदा सामग्री है। मेयोनेज़ का उपयोग ब्रेड पर सलाद और रोल सहित कई व्यंजन (व्यंजनों) की तैयारी में किया जाता है। रात के खाने में साइडर के रूप में भी इसका सेवन बहुत लोकप्रिय है। यह पॉलीअनसैचुरेटेड फैट, मोनोअनसैचुरेटेड फैट, सैचुरेटेड फैट और ट्रांस फैट का मिश्रण है।
मेयोनीज का सेवन सेहत के लिए कितना फायदेमंद है?
मेयोनेज़ कोलेस्ट्रॉल और सोडियम में उच्च है। इसमें विटामिन ई और विटामिन के भी होता है। लेकिन सलाह दी जाती है कि इसका नियमित और अधिक मात्रा में सेवन न करें।
देखते हैं इस बारे में Nutrify की निदेशक पूनम जुनेजा का क्या कहना है। मेयोनेज़ के कुछ फायदे हैं। इसके सीमित सेवन से त्वचा और बालों की सेहत को फायदा होता है।
तो सबसे पहले आपको मेयोनेज़ खाने का सही तरीका पता होना चाहिए। तभी आप इसका लाभ उठा सकते हैं।
विशेषज्ञ मेयोनेज़ न खाने की सलाह देते हैं। इसके बजाय अन्य स्वस्थ वैकल्पिक पदार्थों का सेवन करने का सुझाव दिया गया है।
मेयोनीज का सेवन करने से शरीर में चर्बी बढ़ती है
जानिए मेयोनेज़ के बारे में विशेषज्ञ क्या कहते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मेयोनीज के सेवन से शरीर में चर्बी बढ़ती है। इसलिए इसे सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। मेयोनेज़ में कैलोरी बहुत अधिक होती है।
मेयोनीज में भी सोडियम की मात्रा अधिक होती है। तो जानकारों की मानें तो इसका सेवन सेहत के लिए हानिकारक होता है। मेयोनेज़ बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली प्रक्रियाएँ कभी-कभी सही नहीं होती हैं। यह अस्वास्थ्यकर बैक्टीरिया से भरा होता है। तो यह बीमारी का कारण बनता है।
खासतौर पर अगर आप घर पर मेयोनीज बनाकर उसका सेवन करते हैं। यह बहुत खतरनाक नहीं है। बाजार से मेयोनेज़ खरीदते समय सावधान रहें। इसकी तैयारी के दौरान कई परिरक्षकों का उपयोग किया जाता है।
मेयोनेज़ के दोनों रूप हैं। दोनों कैलोरी में उच्च हैं। मोटे लोगों को इससे जितना हो सके दूर रहना चाहिए और इसके सेवन से बचना चाहिए।
मेयोनीज में सैचुरेटेड फैट होता है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में नियमित रूप से करना चाहिए। नहीं तो इसके ज्यादा सेवन से धमनियों में ब्लॉकेज हो सकता है।
कोरोनरी धमनियों में स्टेनोसिस से मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन या दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादा मेयोनेज़ का सेवन करने से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। इससे रक्तचाप में वृद्धि होती है। ज्यादा चीनी का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए ज्यादा मेयोनीज का सेवन करने से बचें।
