
- शीर्ष स्तर से क्षमा याचना: इंडिगो चेयरमैन की माफी सीधे तौर पर जारी की गई है, जिसमें उन्होंने कहा कि कंपनी संकट से उबरने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और यात्रियों के प्रति जिम्मेदार है।
- अभूतपूर्व संकट: मेहता ने इस स्थिति को कंपनी के इतिहास में एक अभूतपूर्व परिचालन संकट बताया, जिसका मुख्य कारण नए FDTL नियमों को लागू करने में आई चुनौतियाँ और क्रू रोस्टरिंग की विफलता रही।
- भरोसा दिलाया: चेयरमैन ने यात्रियों को भरोसा दिलाया कि एयरलाइन सख्त सरकारी निर्देशों का पालन कर रही है और अपने संचालन को ‘स्थिर’ करने के लिए 24 घंटे काम कर रही है ताकि विश्वसनीयता बहाल की जा सके।
नई दिल्ली, 10 दिसंबर: पिछले एक सप्ताह से इंडिगो (IndiGo) एयरलाइन में जारी व्यापक परिचालन संकट और हजारों उड़ानों के रद्द होने के बाद, अब कंपनी के शीर्ष बोर्ड नेतृत्व ने चुप्पी तोड़ी है। इंडिगो के चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने मंगलवार को एक सार्वजनिक बयान जारी कर, इस अभूतपूर्व संकट के कारण यात्रियों को हुई ‘असीम असुविधा’ के लिए तहे दिल से माफी मांगी है।
मेहता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने सीधे तौर पर सीईओ और सीओओ को बर्खास्त करने की चेतावनी दी है और नियामक DGCA ने एयरलाइन की 5% उड़ानें घटा दी हैं।
संकट की जिम्मेदारी स्वीकार की
चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने अपने बयान में स्वीकार किया कि एयरलाइन यात्रियों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतर पाई है। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ दिनों में हमारे यात्रियों को जो असीम असुविधा हुई है, उसके लिए मैं इंडिगो के बोर्ड और प्रबंधन की ओर से तहे दिल से माफी मांगता हूँ।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि इंडिगो एक ग्राहक-केंद्रित संगठन है, और यह अभूतपूर्व परिचालन संकट उनकी सेवाओं की गुणवत्ता के विपरीत है। उन्होंने स्वीकार किया कि समस्या सिर्फ नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों से नहीं है, बल्कि यह कंपनी के आंतरिक प्रबंधन और योजना की कमी को भी दर्शाता है।
सरकार और DGCA के निर्देशों का पालन
मेहता ने यह भी स्पष्ट किया कि इंडिगो पूरी तरह से नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और सरकार के सभी निर्देशों का पालन कर रहा है। उन्होंने बताया कि एयरलाइन अब युद्धस्तर पर काम कर रही है ताकि:
रद्द की गई उड़ानों का रिफंड जल्द से जल्द यात्रियों को लौटाया जा सके।
हवाई अड्डों पर फंसे हुए सामान (Luggage) को प्राथमिकता के आधार पर उनके गंतव्य तक पहुँचाया जा सके।
आगे की उड़ानों के लिए क्रू रोस्टरिंग को वैज्ञानिक और टिकाऊ तरीके से व्यवस्थित किया जा सके।
उन्होंने कहा, “हम इस संकट से सीखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी स्थितियाँ दोबारा न हों। हमारी पहली प्राथमिकता परिचालन विश्वसनीयता को फिर से स्थापित करना है।”
निवेशकों और कर्मचारियों को संदेश
यह बयान ऐसे समय में आया है जब इंडिगो के शेयर बाजार में लगातार गिर रहे हैं, और निवेशकों में चिंता बढ़ रही है। मेहता ने अप्रत्यक्ष रूप से निवेशकों और कर्मचारियों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत है और यह इस संकट को पार करने की क्षमता रखती है। उन्होंने इंडिगो के उन हजारों कर्मचारियों की सराहना की, जो इस मुश्किल दौर में भी यात्रियों की सहायता के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।
विक्रम सिंह मेहता की यह माफी, सीईओ पीटर एल्बर्स की पिछली माफी के बाद, यह दर्शाती है कि कंपनी अब अपने बोर्ड स्तर पर भी संकट की गंभीरता को स्वीकार कर चुकी है और नियामक तथा सरकारी दबाव में है। यह उम्मीद की जा रही है कि शीर्ष नेतृत्व के इस हस्तक्षेप के बाद, कंपनी की सुधार योजना तेजी से लागू होगी और आने वाले दिनों में यात्रियों को कुछ राहत मिलेगी।
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